Mayank Jha and Anil Gupta
पिछले साल महामारी के चलते लोग घरों में कैद रहे। नये साल में कोरोना से निजात की उम्मीदें थीं, लेकिन कोरोना के लगातार बढ़ते मामले संकट की तरफ इशारा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भी मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में निर्णायक कदम उठाने के लिए कहा। एंटीजन टेस्ट नहीं, आरटी-पीसीआर पर ही भरोसा करने को कहा। पिछले 15 दिनों में कोरोना के मामलों में सबसे ज्यादा तेजी आई है। महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक है और बाकी राज्यों में भी ऐहतियात बरतने और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों पर एक नजर।
कोरोना से लंबे समय से जूझ रहे महाराष्ट्र में एक बार फिर हालात हाथ से बाहर जाते दिख रहे हैं। गुरुवार को महाराष्ट्र में कोरोना के रिकार्ड तोड़ 25,833 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले 11 सितंबर 2020 को राज्य में एक दिन में सर्वाधिक 24,886 मामले दर्ज किए गए थे। राज्य में कोरोना से अब तक 53,138 मरीजों की मौत हो चुकी है। उधर देश भर में 102 दिन बाद 35,871 नए मामले सामने आए। इन मामलों के साथ अब तक संक्रमित होने वालों की कुल संख्या बढ़कर 1,14,74,605 हो गई है।
यह लगातार दूसरा दिन है जब महाराष्ट्र में 20 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। बुधवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 23,179 नए मामले दर्ज किए गए थे और 84 लोगों की मौत हुई थी। कोरोना की इस नई और बेहद तेज रफ्तार ने सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। उल्लेखनीय है राज्य में पिछले साल 17 मार्च को कोरोना से पहली मौत हुई थी। ठीक एक साल बाद 17 मार्च को राज्य में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 53 हजार को पार कर गया।
No comments:
Post a Comment