इमरान ने अपने पत्र की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से लिखे गए पत्र के लिए धन्यवाद करने से की है। आगे वह लिखते हैं, 'पाकिस्तान की जनता इस दिवस का आयोजन कर अपने संस्थापकों की दूरदर्शिता और बुद्धिमता के प्रति आभार व्यक्त करती है, जिन्होंने एक स्वतंत्र, संप्रभु देश के बारे में सोचा। जहां वे आजादी से रह सकें और अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल कर सकें। पाकिस्तान भी भारत समेत अपने पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्वक व सहयोग से रहने की इच्छा रखता है।
हम विश्वास करते हैं कि दक्षिण एशिया में स्थायी शांति और स्थायित्व के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू और कश्मीर समेत सभी अन्य मुद्दों का समाधान हो। रचनात्मक परिणाम निकालने के लिए वैसा ही माहौल बनाना बहुत ही जरूरी है। मैं इस अवसर पर कोविड-19 महामारी से लड़ाई में भारत की जनता को अपनी शुभकामनाएं भी देता हूं।'
प्रधानमंत्री मोदी ने 23 मार्च, 2021 को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। मोदी ने अपने पत्र में लिखा था, एक पड़ोसी देश के तौर पर भारत पाकिस्तान के लोगों के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते की इच्छा रखता है। इसके लिए भरोसा और आतंकवाद व आक्रामकता से मुक्त माहौल बेहद जरूरी है।
मोदी ने इमरान खान को लिखा था कि, 'पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर मैं पाकिस्तान के अवाम को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। एक पड़ोसी देश के तौर पर भारत पाकिस्तान के लोगों के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते की इच्छा रखता है। इसके लिए भरोसा और आतंकवाद एवं आक्रमकता से मुक्त माहौल बेहद जरूरी है। मान्यवर, मानवता के इस बेहद कठिन काल में मैं आपको और पाकिस्तान की जनता को कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के लिए भी शुभेच्छा देना चाहूंगा।'
मोदी के इस पत्र से पहले इमरान खान और पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर बाजवा ने भारत के साथ रिश्तों को सुधारने की बात कही थी। जनवरी, 2016 में पठानकोट में पाक परस्त आतंकियों के हमले के बाद से दोनों देशों के रिश्ते काफी तनावग्रस्त चल रहे हैं। हाल ही में दोनों देशों की सेनाओं के बीच संघर्ष विराम हुआ है, जिससे बातचीत को लेकर माहौल बना है।
No comments:
Post a Comment