हिंदू धर्म में आए दिन कोई न कोई तीज-त्योहार मनाया जाता है. ये सभी त्योहार हिंदू पंचांग के अनुसार मनाए जाते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार आज यानी गुरुवार को आमलकी एकादशी है. जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना जाता है. आमलकी एकादशी पर व्रत रखने का मान्यता है. ये व्रत हर साल फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन रखा जाता है. आमलकी एकादशी को रंगभरी एकादशी और आंवला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है.
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, जो व्यक्ति आमलकी एकादशी के दिन विधि विधान से व्रत रखता है उसे भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है साथ ही उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. शास्त्रों के मुताबिक, एकादशी तिथि का खास महत्व है. इस तिथि को सभी तिथियों में श्रेष्ठ माना जाता है. लेकिन इस दिन कुछ बातों को विशेष ध्यान रखना चाहिए और कुछ चीजों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए. वरना जातक पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, माना जाता है कि एकादशी का दिन भगवान की आराधना का दिन होता है, इसलिए इस दिन सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए. साथ ही शाम के समय सोना नहीं चाहिए. वरना जातक पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है. इसके अलावा इस दिन क्रोध करने से भी बचना चाहिए और झूठ भी नहीं बोलना चाहिए.
संयम और सात्विक का पालन करें
आमलकी एकादशी के दिन संयमित रहना चाहिए. इस दिन का व्रत भगवान विष्णु की आराधना और उनके प्रति समर्पण के भाव को दिखाता है. इसलिए इस दिन ऐसा खाना खाने से परहेज करना चाहिए जो सात्विक न हो. एकादशी के दिन खान-पान और व्यवहार में संयम और सात्विकता का पालन करना चाहिए.
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