*मोबाइल उपभोक्ताओं को बड़ी राहत। समय की भी बचत हुई :-*
6 जनवरी को मोबाइल फोन पर सुपर स्टार अमिताभा बच्चन का संदेश बंद हो गया है। इससे प्रतीत होता है कि अब कोरोना वायरस का असर देशभर में कम हो गया है।
अमिताभ का संदेश बंद होने से जहां उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है, वहीं समय की बचत भी हुई है। कोरोना वायरस के प्रति लोगों को सावधान करने के लिए सरकार ने मोबाइल फोन पर अमिताभ बच्चन का संदेश प्रसारित करने का प्रावधान किया था। फोन कनेक्ट होने से पहले एक मिनट तक अमिताभ का संदेश सुनना पड़ता था। संदेश समाप्त होने के बाद ही दूसरे व्यक्ति को रिंग टोन सुनाई देती थी, यानि फोन करने वाले व्यक्ति को अमिताभ की आवाज सुननी ही पड़ती थी। यदि किसी कारण से एक बार में फोन कनेक्ट नहीं हुआ तो दूसरी बार डायल करने पर फिर एक मिनट तक कोरोना का संदेश सुनना पड़ता था। यदि किसी व्यक्ति को कई व्यक्तियों से बात करनी होती थी, तो उसे हर बार अमिताभ का संदेश सुनना पड़ रहा था। बार बार एक ही आवाज और एक ही संदेश सुनसुन कर लोग चिढ़चिढ़े भी हो गए थे। कनेक्टीविटी की परेशनी की वजह से लोगों की बात होना पहले ही मुश्किल हो रहा था, उस पर एक मिनट का संदेश और परेशानी बढ़ा रहा था। लेकिन अब मोबाइल उपभोक्ताओं को कोरोना संदेश से राहत मिल गई है।
6 जनवरी को उपभोक्ताओं को तब आश्चर्य हुआ, जब फोन कनेक्ट होने पर अमिताभ बच्चन की आवाज सुनाई नहीं दी। डायल करने के बाद सीधे रिंगटोन सुनाई दी। मोबाइल उपभोक्ता पिछल कई महीनों से अमिताभ का संदेश सुन रहे थे।
हालांकि इस संदेश को लेकर उपभोक्ताओं ने ऑपरेटर कंपनियों से शिकायत भी की , लेकिन सरकार के दिशा निर्देशों के तहत कंपनियों को कनेक्टीविटी से पहले कोरोना का संदेश प्रसारित करना जरूरी था। इसमें कोई दो राय नहीं कि जब लोगों को जागरुक करने की जरुरत थी, तब ऐसा संदेश प्रसारित करवाया गया, लेकिन इस व्यवस्था में सुधार की गुंजाईश है। डायल करने वाले व्यक्ति को दिन में एक या दो बार ऐसा संदेश सुनाया जा सकता है। बार बार एक ही संदेश सुनाने का कोई फायदा नही है। संदेश का असर एक या दो बार में हो सकता है। जिस पर असर नहीं होना है, उसे 100 बार सुनाने पर भी नहीं होगा।
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