श्रवण सेठी
मेदिनीनगर (झारखंड)
150 बच्चों ने कराया रजिस्ट्रेशन, महाराष्ट्र से आए पतंगबाज सिखाएंगे पतंगबाजी की कला
चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा आयोजित पतंग उत्सव को लेकर बच्चों में उत्साह का माहौल
इस वर्ष मकर संक्रांति पलामू के लिए यादगार होगा। पहली बार 14 जनवरी को 12 बजे से पतंग उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें महाराष्ट्र से आए पतंगबाज यहां के लोगों को पतंगबाजी की कला सिखाएंगे। चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा आयोजित पतंग उत्सव को लेकर बच्चों में उत्साह का माहौल है। 150 बच्चों ने इस उत्सव में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।
उत्सव के एक दिन पूर्व बुधवार को टाउन हॉल में छोटे बच्चों के लिए प्रशिक्षण सह पतंग वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसका उद्घाटन मेयर अरुणा शंकर व उपमहापौर मंगल सिंह ने किया। इधर, पतंग उत्सव में महाराष्ट्र से निसर्ग शाह अपनी पांच लोगों की टीम के साथ पतंगबाजी सिखाने आए हैं।
पेशे से कम्प्यूटर इंजीनियर निसर्ग की हाॅबी है पतंगबाजी। इनका कहना है कि पतंगबाजी साइंस और मैथ का मिश्रण है। मनोरंज के साथ बच्चे इससे पढ़ाई को सीखते हैं। इस दौरान बच्चे हवा का उपयोग करना सीखते हैं। पतंग उड़ाने के लिए डोर बांधना सीखते हैं। जो एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग का हिस्सा है। पतंग बनाते हुए आर्ट की जानकारी भी होती है।
चाइनीज मांझा का उपयोग नहीं करते
पतंग उत्सव में मुख्य ट्रेनर महाराष्ट्र से आए निसर्ग शाह ने बताया कि उनकी टीम पतंगबाजी में चाइनीज मांझा का उपयोग नहीं करती। उसका विकल्प उन्होंने कॉटन थ्रेड तलाशा है। कॉटन थ्रेड में नायलॉन मिला हुआ होता है।
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