Sanjay Chaturvedi and Shri Dhar Tiwari
उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों से वह किसानों के लिए अपनी आवाज उठा रहे हैं, लेकिन सरकार ने उन मसलों के समाधान के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि किसानों से संबंधित मांगों को लेकर वह पहली बार 21 मार्च, 2018 को रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे थे। उसके सातवें दिन तत्कालीन केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस मिलने आए थे। उस समय मांगें मानने का लिखित आश्वासन दिया गया था, लेकिन कभी पूरा नहीं किया गया।
30 जनवरी, 2019 को रालेगण सिद्धी में तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री ने लिखित आश्वासन दिया था
इसी कारण 30 जनवरी, 2019 को रालेगण सिद्धी में अनशन पर बैठे और तब भी तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे और फड़नवीस ने लिखित आश्वासन दिया। वह भी पूरा नहीं किया गया। इसीलिए मैंने दिल्ली में एकबार फिर आंदोलन करने का फैसला किया है और इसके बारे में केंद्र को पत्र भेजा है।
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