Krishn Kumar Mishra
अंबेडकरनगर
रामजानकी मंदिर की भूमि को हथियाने की फिराक में दबंगों ने महंत पर सोते समय गोली चला दी। गनीमत रही कि वह बाल-बाल बच गए। पुलिस ने जांच के बाद घटना को फर्जी बताया है। उधर घटना की जानकारी मिलने के बाद महंत का कुशलक्षेम लेने अयोध्या के संतों समेत हिदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष सुनील जायसवाल भी पहुंचे। उन्होंने पुलिस की शिथिल कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की है।
इब्राहिमपुर थाना के जियापुर गांव में हनुमानगढ़ी अयोध्या की शाखा रामजानकी मंदिर बना है। मंदिर के नाम पर यहां करीब 40 से 50 बीघा भूमि बताई जाती है। इसमें ही मंदिर का निर्माण हुआ है। यहां बाबा धनंजय दास को महंत बनाते हुए पूजन-अर्चन समेत संपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। उक्त भूखंड पर सयानों की नजर टिकी है। कुछ दिन पहले महंत से बात करने के लिए किसी ने फोन पर दबाव बनाया। इसके बाद अप्रिय स्थिति पैदा करने की धमकी भी दी गई। यह ऑडियो सोशल मीडिया पर आया है। वहीं गत 23 दिसंबर की भोर में करीब तीन बजे महंत धनंजय दास के कक्ष की खिड़की को बाहर से खोलकर किसी ने गोली चलाई। गनीमत रही कि महंत तख्त के बजाए जमीन पर बिस्तर लगाकर सोए थे। ऐसे में गोली तख्त पर लगे बिस्तर में धंस गई। गोली की आवाज सुनकर महंत उठे और बिस्तर से गोली का खोखा उठाकर बाहर भागे। यहां कोई नहीं था। महंत ने इ्ब्राहिमपुर पुलिस को घटना की तहरीर और गोली का खोखा सौंपकर कार्रवाई की मांग की। थानाध्यक्ष नित्यानंद सिंह ने बताया कि गोली चलाने की घटना फर्जी है। घटना के वक्त महंत की मोबाइल की लोकेशन यहां नहीं मिली है। फिलहाल जांच की जा रही है।
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